✍ ☺थोड़ा सा औऱ निखर जाऊँ यहीं मैंने ठानी हैं ! ऐ ज़ि | हिंदी Love

"✍ ☺थोड़ा सा औऱ निखर जाऊँ यहीं मैंने ठानी हैं ! ऐ ज़िदगी रुक थोड़ा अभी मैंने हार कहाँ मानी हैं । ©yogikailasha yogi"

 ✍ ☺थोड़ा सा औऱ निखर जाऊँ यहीं मैंने ठानी हैं ! ऐ ज़िदगी रुक थोड़ा अभी मैंने हार कहाँ मानी हैं ।

©yogikailasha yogi

✍ ☺थोड़ा सा औऱ निखर जाऊँ यहीं मैंने ठानी हैं ! ऐ ज़िदगी रुक थोड़ा अभी मैंने हार कहाँ मानी हैं । ©yogikailasha yogi

#Life_experience

#bookslover

#Books

People who shared love close

More like this

Trending Topic