White दिन महीनों अब किसी से बात नहीं होती
होती है शहर भर में बारिश
लेकिन मेरे मकाँ पर नहीं होती।
ना कोई हल-ए-दिल जानने वाला
ना कोई मेरे दर्द को महसूस करने वाला
ऐसा लगता है, हम जी रहे हैं किसी कैद में
जान ही जाएगी इस कैद में रिहाई नहीं होती।
अब झूठी तसल्ली देना भी मुमकिन नहीं दिल को
यह दिल बेचारा भी जानता है
जमाने में अक्सर अच्छो के साथ बुराई होती आई।💔
11.11.2024
©Bobby(Broken heart)
#Sad_Status