अब इस रात के अंधेरे में,
अकेले रहकर इस कमरे में
तेरी याद को सिराने रखकर,
थोड़ा हंसकर और बहुत रोकर
हर रोज खुद को सजा देती हूँ,
हाँ,अब बीमार पड़ने पर भी मैं
कोई दवा नहीं लेती हूँ...❤
©Ka'jal' Agrawal✍
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