✍️आज की डायरी✍️
✍️खुदगर्ज कहे जाते हैं.. ✍️
ये मोहब्बत भी खुदखुशी की तरह होती है ।
कुछ तो कशिश है इसमें जो फ़ना हो जाते हैं ।
भूल जाते हैं किसी एक के लिये जहाँ को भी ।
इश्क में मिटने की हद तक फिदा हो जाते हैं ।।
पर प्यार का मतलब क्या बस पाना ही होता है ।
जिसके ख़ातिर लोग हर रिश्ते को भूल जाते हैं ।।
मोहब्बत मीठा एहसास है जो दिल में बसता है ।
जिसके सहारे कुछ लोग पूरी जिन्दगी जी जाते हैं ।।
मोहब्बत में बेवफ़ाई हो तो वो मोहब्बत ही नहीं ।
दिल फ़िर से लगाने वाले खुदगर्ज कहे जाते हैं ।।
इस रिश्ते में कई खुशनुमा पल भी होते हैं "नीरज" ।
जिसे बस ताउम्र यादों के झरोखे में संजोये जाते हैं ।।
✍️नीरज✍️
©डॉ राघवेन्द्र
#Heart