पल्लव की डायरी
सूरज की तरह मै भी ढलुगा
तेरी खिस्मत मै
अफसाना तेरे लिये लिखूगा
बीतेगी हर रात तेरे पहलुओं मै
दीदार तेरा करूँगा
बन्दगी होगी तेरी मूरत की
रोमांच से खिला खिला
ह्रदय तक अंग अंग होगा
इबादते तेरी करते करते
सफल मेरा जीवन और प्यार होगा
प्रवीण जैन पल्लव
©Praveen Jain "पल्लव"
#tereliye इबादते तेरी करते करते