पुरूष का कंधा.................
और स्त्री की गोद बो...!
सुकून भरा सिरहना है....!!
जहाँ उन दिनो कि न जाने......!!!
कितनी पेरशानियां,बेचैनियाॅ बिश्राम लेती है....
©Rameshkumar Mehra Mehra
# पुरुष का कंधा,और स्त्री की गोद बो,सुकून,परेशानियाँ,बेचैनियाॅ,बिश्राम लेती है.....