White आ के वाबसता हैं उस हुस़न की यादें तुझसे
जिस ने ईस दिल को परी-खाना बना रखा था
जिस की उल्फ़त में भुला रखी थी दुनिया हमने
दहर को दहर का अफसाना बना रखा था
आशना हैं तेरे कदमों से वो राहें जिन पर
उस की मदहोश जवानी ने ईनायत की हैं
कारवां गुजरे हैं जिन से उसी रानाई के
जिस कि ईन आखों ने बे-सूद ईबादत की हैं
तुझसे खेली हैं वो मेहबूब हवायें जिन में
उस के मलबूस की अफ़सुर्दा महक बाकी हैं
तुझ पे भी बरसा हैं उस बाम से मेहताब का नूर
जिस मे बीती हुई रातों की कस़क बाकी हैं
तूने देखी हैं वो पेशानी, वो रुखस़ार, वो होंट
ज़िदंगी जिन के तसव्वुर में लुटा दी हमने
तुझ पे उठी हैं वो खोई हुई साहिर आखें
तुझ को मालूम हैं कयों उम्र गवां दी हमने
©Aman
#love_shayari