White #मौका_छूट_गया
इस साल और अधिक अहित हुआ,
सही होते हुए भी ग़लत साबित हुआ
और बुरी तरह टूट गया।
कल मातम मनाते-मनाते मौका छूट गया।।
**** **** **** **** ****
यह देख दोबारा कविता करीब आई,
अनुभूत करता रहा जिसकी गहराई,
जिसका दिल मेरा मन लूट गया।
कल मातम मनाते-मनाते मौका छूट गया।।
**** **** **** **** ****
अतः आज और अधिक हो गया है कठिन काम,
यह देख दिल बहला रहा था अक्षरधाम
कि मदहोशी का मटका फूट गया।
कल मातम मनाते-मनाते मौका छूट गया।।
...✍️विकास साहनी
©Vikas Sahni
#मौका_छूट_गया
इस साल और अधिक अहित हुआ,
सही होते हुए भी ग़लत साबित हुआ
और बुरी तरह टूट गया।
कल मातम मनाते-मनाते मौका छूट गया।।
**** **** **** **** ****
यह देख दोबारा कविता करीब आई,
अनुभूत करता रहा जिसकी गहराई,