फक्र नहीं पड़ता अगर, फर्क नहीं पड़ता अगर लोग बातें | हिंदी कविता

"फक्र नहीं पड़ता अगर, फर्क नहीं पड़ता अगर लोग बातें भी बनाए फर्क नहीं पढ़ता अगर लोग तरह-तरह के ताने भी सुनाएं अब तो ये मन बावरा सा हो गया खुले आसमान में उड़ने को उतावला सा हो गया आंखों में है ख्वाब टिम टिमा रहा पंखों की तरह ये दिल फड़फड़ा रहा इसलिए फर्क नहीं पड़ता ।।। ©Meenu pant Tripathi Haldwani Nainital"

 फक्र नहीं पड़ता अगर, फर्क नहीं पड़ता अगर
 लोग बातें भी बनाए
फर्क नहीं पढ़ता अगर लोग 
तरह-तरह के ताने भी सुनाएं
अब तो ये मन बावरा सा हो गया
खुले आसमान में उड़ने को
 उतावला सा हो गया 
आंखों में है ख्वाब टिम टिमा रहा
 पंखों की तरह ये दिल फड़फड़ा रहा
 इसलिए 
फर्क नहीं पड़ता ।।।

©Meenu pant Tripathi Haldwani Nainital

फक्र नहीं पड़ता अगर, फर्क नहीं पड़ता अगर लोग बातें भी बनाए फर्क नहीं पढ़ता अगर लोग तरह-तरह के ताने भी सुनाएं अब तो ये मन बावरा सा हो गया खुले आसमान में उड़ने को उतावला सा हो गया आंखों में है ख्वाब टिम टिमा रहा पंखों की तरह ये दिल फड़फड़ा रहा इसलिए फर्क नहीं पड़ता ।।। ©Meenu pant Tripathi Haldwani Nainital

#doesnotmatter

People who shared love close

More like this

Trending Topic