इतना प्यार कर की तेरी याद बनी रही तुझसे मिलने की ख | हिंदी शायरी
"इतना प्यार कर की तेरी याद बनी रही
तुझसे मिलने की खुदा से फरियाद बनी रहे
हु एक गरीब घर का मैं ,ये तू जानती है
पर मेरी इतनी दौलत बन की ,मेरी जायदाद बनी रही
आवारा"
इतना प्यार कर की तेरी याद बनी रही
तुझसे मिलने की खुदा से फरियाद बनी रहे
हु एक गरीब घर का मैं ,ये तू जानती है
पर मेरी इतनी दौलत बन की ,मेरी जायदाद बनी रही
आवारा