मेरी माँ की यादें हौले हौले मरहम सी दुनिया के | हिंदी कविता

"मेरी माँ की यादें हौले हौले मरहम सी दुनिया के ग़म भुला दें सौंधी सौंधी मीठी मीठी मेरी माँ की यादें मेरी प्यास की खातिर आब ए जन्नत ला दें मुझे भूख लगे तो वो सौ पकवान बना दें मैं उदास हो जाऊं तो गंगा जमुना बहा दें मेरी ख़ुशी के लिए वो दर्द में भी मुस्कुरा दें बिखेरें कोने कोने खुशियां ग़मों को दूर भगा दें मन में आशाओं के कितने ही दीप जला दें अन्याय से बिना डरे डट कर लड़ना सिखा दें ज़िन्दगी मेरी माँ तुझे भी हंस कर जीना सिखा दें -Anubhuti Hajela"

 मेरी माँ की यादें 

हौले हौले मरहम सी  
दुनिया के ग़म भुला दें 
सौंधी सौंधी मीठी मीठी 
मेरी माँ की यादें 

मेरी प्यास की खातिर 
आब ए जन्नत ला दें 
मुझे भूख लगे तो वो 
सौ पकवान बना दें 

मैं उदास हो जाऊं तो 
गंगा जमुना बहा दें 
मेरी ख़ुशी के लिए वो 
दर्द में भी मुस्कुरा दें 

बिखेरें कोने कोने खुशियां 
ग़मों को दूर भगा दें 
मन में आशाओं के 
कितने ही  दीप जला दें 

अन्याय से बिना डरे 
डट कर लड़ना सिखा दें 
ज़िन्दगी मेरी माँ तुझे भी 
हंस कर जीना सिखा दें 

-Anubhuti Hajela

मेरी माँ की यादें हौले हौले मरहम सी दुनिया के ग़म भुला दें सौंधी सौंधी मीठी मीठी मेरी माँ की यादें मेरी प्यास की खातिर आब ए जन्नत ला दें मुझे भूख लगे तो वो सौ पकवान बना दें मैं उदास हो जाऊं तो गंगा जमुना बहा दें मेरी ख़ुशी के लिए वो दर्द में भी मुस्कुरा दें बिखेरें कोने कोने खुशियां ग़मों को दूर भगा दें मन में आशाओं के कितने ही दीप जला दें अन्याय से बिना डरे डट कर लड़ना सिखा दें ज़िन्दगी मेरी माँ तुझे भी हंस कर जीना सिखा दें -Anubhuti Hajela

#mothers_day @Nitin Nitish @shalini @Rockstar boy @Sher-o-shayari @Tanvir Ahmad

People who shared love close

More like this

Trending Topic