प्रिय हिन्दुस्तान 🇮🇳
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तेरे सिवा न कोई दूजा हमारा,
इक सिर्फ तूं ही हमारा..
सारे रिश्ते शेष है,
इक सिर्फ तूं ही विशेष है..
बिन मेरे बोलें.. तूं सब सुन ले,
यहां सब अनसुना करते हैं..
इन सभी बंधनों से मुझे मुक्त कर दें,
प्रिय हिन्दुस्तान मुझे अपने अंदर समाहित कर लें..
सामर्थ्य बस मुझे इतना दे-दे,
छोड़ सभी को.. मैं वैरागी हो जाऊं..
तेरे प्रति प्रेम बेहिसाब हो जाएं,
धरा के सारे रिश्तों से मुझे आजाद करा दें..
परतंत्र है हम विचारों से,
हमें स्वतंत्र करा दें..
बंधनों की जंजीरें तो आज भी बंधी है,
इन बंधनों से मुझे मुक्त करा दें..
न दुखाएं दिल कोई एक-दूसरे का ,
ऐसा कोई जतन करा दें..
मुझे भी सच्ची आजादी दिला दें...???
©Sanjana Hada
मुझे भी सच्ची आजादी दिला दें....???
#India