हसरतों को चाँद की खूँटी पे टांग आये हैं, इस बार खु
"हसरतों को चाँद की खूँटी पे टांग आये हैं, इस बार खुदा से कुछ तोहफा मांग लाए हैं,
कबूल हो तो दे देना बिना शिफारिश के,
बस एक डायमंड बनने का अरमान सजायें है।।
....GALWAY...."
हसरतों को चाँद की खूँटी पे टांग आये हैं, इस बार खुदा से कुछ तोहफा मांग लाए हैं,
कबूल हो तो दे देना बिना शिफारिश के,
बस एक डायमंड बनने का अरमान सजायें है।।
....GALWAY....