मुझे पता है की मैं गलत नही हूं
मैं यह भी जानता हूं
की जाने अंजाने जो भी चीजें
मेरे साथ हो रही या घट रही हैं
उसके मूल में मेरी वही संवेदना है
जिसे मैं खुलकर जाहिर नही कर सकता
वो कुछ बंदिशें कुछ दबाव
मेरे मन पर
जिससे मैं चाहकर भी मुक्त नही हो पाता
बिना वजह के भी वो वजह तलाशना
सिर्फ खुद के लिए ही नहीं
वरन उस भावना को स्पर्श करने की मेरी कोशिश
जिसमे मेरा डर मेरी झिझक
सबसे बड़ी भूमिका निभाता है
हां कुछ पलों को जिया जा सकता है
बिना उन वजहों के भी
जिनमे संवेदना की अनिवार्यता नहीं होती
पर कब तक?
और कितनी देर तक!
उस बनावटी एहसास को गले लगाया जा सकता है
मुझे पता है की मैं गलत नही हूं,,,।
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अमित
#sad_shayari रहस्य और मैं