White अपनी जरूरतों को जिसने नजर अंदाज किया, हमारी | हिंदी Poetry

"White अपनी जरूरतों को जिसने नजर अंदाज किया, हमारी शौक को पूरा करते-करते वह पापा ही हैं जो कभी अपना दर्द बयां नहीं करते। कभी हमारे आंखों में जिसने आंसू ना आने दिया, जो बिन बोले ही ला देते खिलौने हजार वह पापा ही हैं जो बिन बोले जाता देते अपना प्यार। कभी जो रूठूं झट से मना लेते, न जाने फिर कहां से खुशियों के खजाने ले आते वह पापा ही हैं जो हर दिन खुशियों के तारे तोड़ लाते। कभी सख्त , तो कभी नरम, न जाने कितने किरदार निभाते वह पापा ही है जो हमें बनाने में अपने आप को भुला देते।। ©Akshita yadav"

 White अपनी जरूरतों को जिसने नजर अंदाज किया,
हमारी शौक को पूरा करते-करते
 वह पापा ही हैं जो कभी अपना दर्द बयां नहीं करते।

कभी हमारे आंखों में जिसने आंसू ना आने दिया,
जो बिन बोले ही ला देते खिलौने हजार
वह पापा ही हैं जो बिन बोले जाता देते अपना प्यार।

कभी जो रूठूं झट से मना लेते,
न जाने फिर कहां से खुशियों के खजाने ले आते
वह पापा ही हैं जो हर दिन खुशियों के तारे तोड़ लाते।

कभी सख्त , तो कभी नरम,
न जाने कितने किरदार निभाते 
वह पापा ही है जो हमें बनाने में अपने आप को भुला देते।।

©Akshita yadav

White अपनी जरूरतों को जिसने नजर अंदाज किया, हमारी शौक को पूरा करते-करते वह पापा ही हैं जो कभी अपना दर्द बयां नहीं करते। कभी हमारे आंखों में जिसने आंसू ना आने दिया, जो बिन बोले ही ला देते खिलौने हजार वह पापा ही हैं जो बिन बोले जाता देते अपना प्यार। कभी जो रूठूं झट से मना लेते, न जाने फिर कहां से खुशियों के खजाने ले आते वह पापा ही हैं जो हर दिन खुशियों के तारे तोड़ लाते। कभी सख्त , तो कभी नरम, न जाने कितने किरदार निभाते वह पापा ही है जो हमें बनाने में अपने आप को भुला देते।। ©Akshita yadav

#fathers_day

People who shared love close

More like this

Trending Topic