"मैंने रिश्तों में नाकामियां देखी है...
मैं दूसरों में क्या ढूँढू
मैंने ख़ुद में हज़ार ख़ामियां देखी है...
मुझे शोहरतों का भला क्या गुरुर हो
मैंने शोहरतों से ज्यादा नाकामियां देखी है..."
मैंने रिश्तों में नाकामियां देखी है...
मैं दूसरों में क्या ढूँढू
मैंने ख़ुद में हज़ार ख़ामियां देखी है...
मुझे शोहरतों का भला क्या गुरुर हो
मैंने शोहरतों से ज्यादा नाकामियां देखी है...