White रहिमन निज मन की बिथा, मन ही राखो गोय।
सुनी इठलैहैं लोग सब, बांटी न लेंहैं कोय।।
अर्थ: रहीम कहते हैं की अपने मन के दुःख को
मन के भीतर छिपा कर ही रखना चाहिए।
दूसरे का दुःख सुनकर लोग इठला भले ही ले,
उसे बाँट कर कम करने वाला कोई नहीं होता
©DRx. Kishan Patel
रहिमन निज मन की बिथा, मन ही राखो गोय।