White पहले मोहब्बत ने दुनिया हमारी छीनी
फिर दुखों ने जीने की ख़ुमारी छीनी
तेरी चाहत ने मुझको तन्हा किया है
मेरी ग़ुर्बत ने मुझसे चार दिवारी छीनी
इन मौसमों से मुझको गिला क्या हो
जब आँसुओं ने फ़स्ल-ए-बहारी छीनी
तेरी हिज़्र ने है यार तड़पाया बहुत
जो कुछ ली थी साँसें उधारी छीनी
क़िस्मत ने मुझको दिया बहुत कुछ
पर जो लड़की थी जान से प्यारी छीनी
फ़स्ल-ए-बहारी = वसंत ऋतु
©BROKENBOY
#sad_shayari
पहले मोहब्बत ने दुनिया हमारी छीनी
फिर दुखों ने जीने की ख़ुमारी छीनी
तेरी चाहत ने मुझको तन्हा किया है
मेरी ग़ुर्बत ने मुझसे चार दिवारी छीनी
इन मौसमों से मुझको गिला क्या हो