कण-कण में क्षण-क्षण,हर हर गाया है,
वन-उपवन,गांव-गली,घर-घर सुनाया है,
उसे किसी और कि कोई जरूरत ही नहीं,
यहां जिसने भी महादेव को अपना बनाया है,
घमंड हो जिस सक्स को,अपनी सक्सियत का,
अनन्त उसे भी फिर अन्त में शमशान बुलाया है,
जिसके कारण छल,कपट,लोभ,ईर्ष्या किया,
अपने हाथों से उसने ही पंच तत्वों में मिलाया है,
©Anant Tiwary
#Shiva @Astha Raj Dhiren बाबा ब्राऊनबियर्ड @Sofia Gupta(Attached by in the planet 13sep(priority of Mahadev