"जश्न इश्क़ का कुछ ऐसे मनाएंगे
दिल टूटा है जी कर दिखाएंगे,
रूबरू होगी जब मोहब्बत से मेरी वो
वो आईना और हम पत्थर बन जायेंगे,,
(A)
(Written by Rudra Srivastava)"
जश्न इश्क़ का कुछ ऐसे मनाएंगे
दिल टूटा है जी कर दिखाएंगे,
रूबरू होगी जब मोहब्बत से मेरी वो
वो आईना और हम पत्थर बन जायेंगे,,
(A)
(Written by Rudra Srivastava)