महबूब मेरे बता जरा अब किसके साथ तेरी यारी है
मै तो गुजर चूका हूं तेरी गलियों से
अब किसकी बारी है
तू साथ थी तो जिंदगी मुझे लगती थी प्यारी
तूने हाथ छोड़ दिया इस लिए मेरी मोहब्बत हारी है
तू तो कर लेती कदर मेरे प्यार की तुझे किसने रोका था
ये तो सब को पता है इश्क़ की दुश्मन दुनिया सारी है
मेंने तुझपे ऐतबार किया ये दिल की हेरा फेरी थी
मै मर बैठा तुझपे ये गलती मेरी थी
जा माफ़ किया तुझे प्यार के बदले प्यार मिले ये सोचना एक बिमारी है
एक तेरे करके यार मेरे मेरी मोहब्बत हारी है
मै गुजर चूका हूं तेरी गलियों से अब किसकी बारी है
#अरमान
#अब किसकी बारी है