इंसान होकर तू इंसान से डरता क्यो हैं? इस दुनिया मे

"इंसान होकर तू इंसान से डरता क्यो हैं? इस दुनिया में रहकर, अपनी ही जि़दगीं से डरता क्यो हैं? जो जीना हो खुलकर, एक सलाह तू मेरी मान, ज़ज्बादों को बंद कर एक पिटाड़़े में, क्योंकि ज़ज्बाद यहाँ बिकते हैं, खुलेआम गली-बाजारो में। _कोमल साह"

 इंसान होकर तू इंसान से डरता क्यो हैं?
इस दुनिया में रहकर,
अपनी ही जि़दगीं से डरता क्यो हैं?
जो जीना हो खुलकर,
एक सलाह तू मेरी मान,
ज़ज्बादों को बंद कर एक पिटाड़़े में,
क्योंकि ज़ज्बाद यहाँ बिकते हैं,
खुलेआम गली-बाजारो में।
          _कोमल साह

इंसान होकर तू इंसान से डरता क्यो हैं? इस दुनिया में रहकर, अपनी ही जि़दगीं से डरता क्यो हैं? जो जीना हो खुलकर, एक सलाह तू मेरी मान, ज़ज्बादों को बंद कर एक पिटाड़़े में, क्योंकि ज़ज्बाद यहाँ बिकते हैं, खुलेआम गली-बाजारो में। _कोमल साह

#ज़ज्बाद#बिक रहे हैं#nojotoapp#nojotowrite#hindiwriting#

People who shared love close

More like this

Trending Topic