हम मिले थे कुछ साल पहले इसी महीने में।
बहुत खुश थी तुम, मुस्कुरा के रोई भी थी।
हथेलियों को हथेलियों में रख के।
तुमने मन्नत मांगे थे, कभी न बिछड़ने के।
बस कुछ महीनों बाद उसी साल तुम्हारी एक कॉल।
माफ करना फिर सब खत्म हो गया।
शायद इस जीवन का वो आखरी मुलाकात।
जब भी वो दिन याद आता तो कई दिनों का चैन साथ ले जाता।।
©Arsh
तुम कभी न लौटना #snowpark