हो सकता है कि सायाद वक़्त के साथ भर जाए ज़ख्म, पर

"हो सकता है कि सायाद वक़्त के साथ भर जाए ज़ख्म, पर इन आंसुओं का हिसाब कौन देगा, जिन बेकसूरों ने गवाई जान अपनी, उनकी लाशों का हिसाब कौन देगा!"

 हो सकता है कि सायाद वक़्त के साथ भर जाए ज़ख्म,
पर इन आंसुओं का हिसाब कौन देगा,
जिन बेकसूरों ने गवाई जान अपनी,
उनकी लाशों का हिसाब कौन देगा!

हो सकता है कि सायाद वक़्त के साथ भर जाए ज़ख्म, पर इन आंसुओं का हिसाब कौन देगा, जिन बेकसूरों ने गवाई जान अपनी, उनकी लाशों का हिसाब कौन देगा!

#confused

People who shared love close

More like this

Trending Topic