ये फ़ासले तेरी गलियों के हमसे तय न हुए हज़ार बार रुके हम हज़ार बार चले... ना रास्ता कहीं ठहरा, ना मंजिलें ठहरीं ये उम्र उड़ती हुई गर्द में गुज़ार चले.. ©Khan Sahab #फासले_तेरी_गलियों_के.. zindagi sad shayari shayari on life hindi shayari Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto