"मुस्कुरानें की वजह कुछ भी हो जनाब!
ज़ब अपने, अपनों की तरह ना होकर और पराये, पराये की तरह ना होकर रिश्ते निभाते हैl
मुस्कुराने की वजह भी अपने आप में खो जाती हैl
-ट्विंकल वर्मा
खैर
नये साल की ढेर सारी शुभकामनाएं आप सभी कोl💐🙂"
मुस्कुरानें की वजह कुछ भी हो जनाब!
ज़ब अपने, अपनों की तरह ना होकर और पराये, पराये की तरह ना होकर रिश्ते निभाते हैl
मुस्कुराने की वजह भी अपने आप में खो जाती हैl
-ट्विंकल वर्मा
खैर
नये साल की ढेर सारी शुभकामनाएं आप सभी कोl💐🙂