बस में नही है दिल आज कल,
ना खुद सोती ना मुझे सोने देती है
हम जागते है तेरे सपनो में,
और तू मेरी रूह में सोती है..
ये कैसी है बेकरारी
मेरी आँखें तुझे ही ढूंढती है
नजर ना आये तो पलकें झुका लेता मैं
और सामने बस तू ही तू होती है..
©Saurav Shubham
बेकरार
#kissday