मैंने तो वफ़ा की, मगर वो चीर कर दिल मेरा हर आशूं आँ | हिंदी शायरी
"मैंने तो वफ़ा की, मगर वो चीर कर दिल मेरा हर आशूं आँख से निकला
कुछ इस कदर मुझे इश्क़ ए दर्द मिला
वो करते थे अपनी वफ़ा ए मिशाल की तारीफ़
और लगाते थे हज़ारों इल्ज़ाम मुझपर
मैंने तो वफ़ा की, मगर वो बेवफ़ा निकला"
मैंने तो वफ़ा की, मगर वो चीर कर दिल मेरा हर आशूं आँख से निकला
कुछ इस कदर मुझे इश्क़ ए दर्द मिला
वो करते थे अपनी वफ़ा ए मिशाल की तारीफ़
और लगाते थे हज़ारों इल्ज़ाम मुझपर
मैंने तो वफ़ा की, मगर वो बेवफ़ा निकला