एक सच
मैंने छोड़ दी दोस्ती यारीं रिशतेदारीं दुनियादारी सारी
ये लगाव मैं अब नहीं रखता किसी से
कि गमों में अक्सर सभी को याद आता हूं
आया है मुझपर गमों का साया
कहते हैं तु मेरा है
ये सुनकर अक्सर मैनें साथ निभाया
कुछ ऐसी बातें करकर हर किसी ने बहलाया
उनके गमों को गुजरे फक्त वक्त नहीं गुजरा
ये शख्स ऐसे हैं तुम कौन हो वो भी याद नहीं रख पाया
खुशियों का उनके मौसम जो आया
जमीं पर उसके पांव नहीं
देखों ऐसा इंसान वो बन आया
वो बावलां है , मौसम भला कहां टिक पाया
ये सच है अक्सर गमों में
अक्सर निभानें को हर रिश्ता याद आया यहां
खुशियों में भला कौन किसे याद रख पाया यहां
#A@ravi'ranjana(rv)
©writer miss A@ravi ranjana rv
#Happychocolateday