White जिंदगी में नजरों का झुकाना जरूरी था
ज़बान से बोलने में कतराना जरूरी था
कुछ सुन कर अनसुना कर जाना जरूरीथा।
तलबते लवों का गुनगुनाना जरूरी था।
उन आसक्त लम्हों को बिताना जरूरी था।
भाव में रोना-मुस्कुराना जरूरी था।
क्या कहें,
किस कदर दिल को बहलाना जरूरी था।
©सुभद्रा
#good_night