मानव होकर मानव का,
सम्मान करो उसे प्रेम करो।
दया भाव हो उर में तेरे,
निष्ठुरता का तुम त्याग करो।
हर जीव में जीवन को समझो,
हर जीव से तुम भी प्यार करो।
हो इंसानियत के लिए समर्पित तुम,
इंसान बनो ना गुमान करो।
©Rimpi chaube
#इंसानियतकेलिए ☺️♥️
मानव होकर मानव का,
सम्मान करो उसे प्रेम करो।
दया भाव हो उर में तेरे,
निष्ठुरता का तुम त्याग करो।
हर जीव में जीवन को समझो,
हर जीव से तुम भी प्यार करो।
हो इंसानियत के लिए समर्पित तुम,