White हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली, कुछ याद | हिंदी शायरी

"White हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली, कुछ यादें मेरे संग पाँव पाँव चली। सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ, वो ज़िन्दगी ही क्या जो छांव-छांव चली।। ©Mukesh Bamniya"

 White हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली,
 कुछ यादें मेरे संग पाँव पाँव चली। 
सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ,
 वो ज़िन्दगी ही क्या जो छांव-छांव चली।।

©Mukesh Bamniya

White हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली, कुछ यादें मेरे संग पाँव पाँव चली। सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ, वो ज़िन्दगी ही क्या जो छांव-छांव चली।। ©Mukesh Bamniya

#love_shayari #sed #Emotional #nojato #write @Pooja Udeshi @MR VIVEK KUMAR PANDEY @Arshad Siddiqui @Zara Sogra Sudha Tripathi

People who shared love close

More like this

Trending Topic