#लिखतीहैकि सफ़र की हद हैं वहाँ तक की कुछ निशान रह | हिंदी Shayari Vide

"#लिखतीहैकि सफ़र की हद हैं वहाँ तक की कुछ निशान रहे, चले चलो की जहाँ तक ये आसमान रहे, ये क्या! उठाये कदम और आ गई मंज़िल मजा तो तब हैं की पैरों में कुछ थकान रहे... ©Pragya Singh "

#लिखतीहैकि सफ़र की हद हैं वहाँ तक की कुछ निशान रहे, चले चलो की जहाँ तक ये आसमान रहे, ये क्या! उठाये कदम और आ गई मंज़िल मजा तो तब हैं की पैरों में कुछ थकान रहे... ©Pragya Singh

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