रिश्तों में अक्सर अपनों का मान रखा जाता है,
और जहां रिश्ते टूटने के आसार पर आए...
वहां कही ना कहीं मतभेदों की गांठ बंध जाती है,
जिन्हें सुलझाना शायद आसान नहीं होता,
उन्हें पीछे छोड़ देना ही समझदारी होती है,
लेकिन ऐसे भी कुछ रिश्ते होते हैं जिन्हें सुलझाने से और भी ख़ूबसूरत बन जाते है...
लेकिन जहां रिश्ते सुलझने के बजाएं और उलझते चले जाए,
शायद उन्हें भूल जाना ही बेहतर होता है....
©pranali bajirao
#कुछ_अनकही_बातें