,,, कल्पनाओं के मायाजाल में उलझते हैं हर हाल में
मोबाइल की ताल पे नाचते हैं निहाल से
लाखों जानते हैं आमतौर पर साथ नहीं दिखते
इंटरनेट के पहलवान खालिस रिचार्ज के है डिब्बे
छूटना चाहिए अब चस्का चिरौरी करने लगे कटपा
असलियत में बाहुबलियों का अकाल पड़ गया
हष्ट-पुष्ट बचपन इंटरनेट निगल गया
बबली भाटी बैसला
©Babli BhatiBaisla
KK क्षत्राणी @Mili Saha @vineetapanchal वंदना .... चाँदनी @RAMA Goswami