ये सिग्रेट,ये चाय,ये जाम ऐसे ही नहीं बनाई होगी बना | हिंदी शायरी

"ये सिग्रेट,ये चाय,ये जाम ऐसे ही नहीं बनाई होगी बनाने वालों ने, शायद इन्होने भी किसी से बेपनाह मुहब्बत की होगी, टुटा होगा कभी इनका भी दिल मेरी ही तरह , घर बर्बाद किसी ने इनका भी किया होगा, रोया होगा कभी मेरी ही तरह काली रातों में, और सुबह उठकर ज़माने के आगे मुस्कुरा होगा. (इम्तियाज भारती) ©Imteyaz Bharti"

 ये सिग्रेट,ये चाय,ये जाम ऐसे ही नहीं बनाई होगी बनाने वालों ने, 
शायद इन्होने भी किसी से बेपनाह मुहब्बत की होगी, 
टुटा होगा कभी इनका भी दिल मेरी ही तरह ,
घर बर्बाद किसी ने इनका भी किया होगा, 
रोया होगा कभी मेरी ही तरह काली रातों में, 
और सुबह उठकर ज़माने के आगे मुस्कुरा होगा.
(इम्तियाज भारती)

©Imteyaz Bharti

ये सिग्रेट,ये चाय,ये जाम ऐसे ही नहीं बनाई होगी बनाने वालों ने, शायद इन्होने भी किसी से बेपनाह मुहब्बत की होगी, टुटा होगा कभी इनका भी दिल मेरी ही तरह , घर बर्बाद किसी ने इनका भी किया होगा, रोया होगा कभी मेरी ही तरह काली रातों में, और सुबह उठकर ज़माने के आगे मुस्कुरा होगा. (इम्तियाज भारती) ©Imteyaz Bharti

People who shared love close

More like this

Trending Topic