गोपाल की गौरी मैं सूरज था,गगन तुम थी... दीप था मैं, अगन तुम थी... फांसले‌ कितने भी रहे हो‌ गौरी.. . ज़ीवन के हर सफर में मेरे साथ- साथ मगन तुम थी।। ©kalam wali bai #गोपाल_की_गौरी Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto