"वो उलझन, वो वक्त, वो पहेली, वो रास्ता,
परेशानी में है उसका मुझसे वास्ता,
प्यार, मोहब्बत में जंग है छिडी,
नफरतों के जंजीर में मैं हूँ घिरी,
बेनाम सा वजूद है मेरा,
पर साहस है अभी भरा।"
वो उलझन, वो वक्त, वो पहेली, वो रास्ता,
परेशानी में है उसका मुझसे वास्ता,
प्यार, मोहब्बत में जंग है छिडी,
नफरतों के जंजीर में मैं हूँ घिरी,
बेनाम सा वजूद है मेरा,
पर साहस है अभी भरा।