मुट्ठी में
छुपाया गया प्रेम
एक वक्त बाद
ईश्वर का नाम बन
हथेली में अंकित
हो जाता हैं .. और बंद मुट्ठी
के खुलते ही
वो हमारे मुख से
उच्चारित होकर
हमेशा के लिए
हमारे ह्रदय में
वास कर जाता हैं ..!!!
मुट्ठी में
छुपाया गया प्रेम
एक वक्त बाद
ईश्वर का नाम बन
हथेली में अंकित
हो जाता हैं ..
और बंद मुट्ठी