White मिट्टी की मूरत से डरते हो !
क्यों ,
क्या वो नही दिखती
धरती की जीवित नारियों में !
करते बहुत हो तुम सम्मान उनका ,
चढ़ाते फूल, माला और प्रसाद उनको ,
कभी हाथ जोड़, कभी घुटने टेक,
और कभी कभी शष्टांग करते
हो प्रणाम उनको !
जब उनके लिए है सम्मान ,
जिनको मानते हो भगवान, देवी , नारी स्वरूप समान !
तब क्यों नही , उनके लिए
जो चलती फिरती है धरती पे,
है सामने , तुम्हारे आस - पास
देवी , माता , नारी के रूप में ,
होती है , मां ,बहन समान !
क्या फर्क है इनमे ??
क्यों दे नही पाते , समान सम्मान ?
पुछती हूं ?
क्या फर्क है मिट्टी की मूरत "माता" में
और आपने घरों की "मां" में ?
क्यों ऐसा भेद भाव
क्यों दे नही पाते समान सम्मान ?
○ #एहसास
#नेहाç
©juhi
#न्याय #नारीशक्ति