काश! ये रात रहे
चाँद रहे ना रहे, आसमान रहे
आँखे तरसे भले चुप ज़बान रहे
बस इश्क रहे जारी चाहे अनजान रहे
रोशनी जरूरी नहीं सूरज ढला रहे
तू रहे और इश्क का अभिमान रहे
तेरी खैर रहे, तू रहे सलामत तेरा नाम रहे
हम खुद चाहे ताउम्र बदनाम रहे
बस इश्क रहे जारी, चाहे अनजान रहे
आज, कल और फिर उम्र तमाम रहे।।
#MoonHiding