ज्यादतर प्रेम मे कम मचलता है पुरुष
मगर स्त्री के उभारों पर फिसलता है पुरुष l
मेरा कहना महज सत्य है झुठला नहीं सकता
अपनी जाति को इस दोष से बचा नहीं सकता l
©FAUJI MUNDAY SOHANLAL MUNDAY
ज्यादतर प्रेम मे कम मचलता है पुरुष
मगर स्त्री के उभारों पर फिसलता है पुरुष l
मेरा कहना महज सत्य है झुठला नहीं सकता
अपनी जाति को इस दोष से बचा नहीं सकता l
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