तुम्हे तल्ख़ हक़ीक़त या रूठा हुआ मुक़द्दर क्या कहु? तु | हिंदी Quotes
"तुम्हे तल्ख़ हक़ीक़त या रूठा हुआ मुक़द्दर क्या कहु?
तुम फासलों में रहकर फ़ासले मिटाना चाहते हो
मोहब्बत के नाम पर मुझे हराकर ख़ुद जीतना चाहते हो।।
सो शिकस्त भी मंजूर हैं
पर ये मुमकिन नही क्योंकि तुम नींद उड़ाकर ख़्वाब में आना चाहते हो।।"
तुम्हे तल्ख़ हक़ीक़त या रूठा हुआ मुक़द्दर क्या कहु?
तुम फासलों में रहकर फ़ासले मिटाना चाहते हो
मोहब्बत के नाम पर मुझे हराकर ख़ुद जीतना चाहते हो।।
सो शिकस्त भी मंजूर हैं
पर ये मुमकिन नही क्योंकि तुम नींद उड़ाकर ख़्वाब में आना चाहते हो।।