तुझसे मिरी वाबस्तगी अब नहीं रही सो ज़िंदगी भ | हिंदी Shayari

"तुझसे मिरी वाबस्तगी अब नहीं रही सो ज़िंदगी भी ज़िंदगी अब नहीं रही होकर जुदा मुरझा गया है फूल भी और शाख़ पर भी सादगी अब नहीं रही ©Binay Babu"

 तुझसे  मिरी  वाबस्तगी  अब  नहीं रही
सो  ज़िंदगी  भी ज़िंदगी अब नहीं रही

होकर जुदा  मुरझा गया  है  फूल  भी 
और शाख़ पर भी सादगी अब नहीं रही

©Binay Babu

तुझसे मिरी वाबस्तगी अब नहीं रही सो ज़िंदगी भी ज़िंदगी अब नहीं रही होकर जुदा मुरझा गया है फूल भी और शाख़ पर भी सादगी अब नहीं रही ©Binay Babu

#nojato #zindgi #phool

#Time

People who shared love close

More like this

Trending Topic