आलोचना आलोचना जीवन में उन्हीं की होती है जो कर्म करते हैं
और आलोचनाएं हमारे कर्मो पर आधारित होती हैं।
इसीलिए हमें अच्छे कर्म करने चाहिए और आलोचनाओं पर अपना ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए।
क्योंकी जब तक आपके कर्म अच्छे हैं बुरे लोग ही आपकी आलोचनाएं करेगें परन्तु अच्छे लोगों की आशीर्वाद हमेशा प्राप्त होगा!!!
©Ankur Singh Rajput
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#Criticisms