White शीर्षक - मौसम
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मौसम ही हम तुम हैं।
जीवन और जिंदगी है।
मौसम के साथ साथ हं।
चाहत और कुदरत हैं।
हमारे जीवन में मौसम हैं।
बस बादल गरजते हैं।
मौसम बदलते रहते हैं।
हवाओं के साथ हम रहते हैं।
हरियाली और मौसम होते हैं।
सच तो इंसान का मन बना हैं।
मौसम ही तो हम सब साथ हैं।
हम तुम सब कुदरत के रंग हैं।
हां मौसम ही तो एक सच हैंं।
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नीरज कुमार अग्रवाल चंदौसी उ.प्र
©Neeraj kumar Agarwal
#weather_life
#neeraj_poetry हिंदी कविता