कभी अहसासों की बारिश में भीग जानें को ख़्वाहिश कहते है,
कुछ चंद लम्हो की खुशियों को ज़िंदगी कहतें हैं |
जिसके साथ होने से सादग़ी और सकून मिलें,
उस सफ़र के मुसाफ़िर को हमसफ़र कहते है ||
©Raj Pokhriyal
कभी अहसासों की बारिश में भीग जानें को ख़्वाहिश कहते है,
कुछ चंद लम्हो की खुशियों को ज़िंदगी कहतें हैं |
जिसके साथ होने से सादग़ी और सकून मिलें,
उस सफ़र के मुसाफ़िर को हमसफ़र कहते है ||