यह भारत की संस्कृति है,
जहां रोज माता-पिता पूजे जाते हैं,
हर गली हर मोहल्ले में लोग हैं अपने,
जहां खबर अंतर पूछे जाते हैं,
सुख में जहां सब पीछे रहते हैं,
यहां दुख के आंसू लूछे जाते हैं,
हाथ मिलाना अपनी संस्कृति नहीं,
यहां गले मिलने से रिश्ते अच्छे हो जाते हैं,
----- अमित वडगामा "अटल"
©Amit vadgama
भारत की संस्कृति......