इस ढलते सूरज से.. एक राज की बात करनी है ll जो उसे | हिंदी Shayari
"इस ढलते सूरज से..
एक राज की बात करनी है ll
जो उसे ना कह पाई..
वह बात आज करनी है ll
उसकी आंखों में डूबे हुए..
दिन से रात करनी है ll
कोई भले हो ना हो..
मुझे सिर्फ उसी से बात करनी है l"
इस ढलते सूरज से..
एक राज की बात करनी है ll
जो उसे ना कह पाई..
वह बात आज करनी है ll
उसकी आंखों में डूबे हुए..
दिन से रात करनी है ll
कोई भले हो ना हो..
मुझे सिर्फ उसी से बात करनी है l