खुशबू
वक्त के मोड़ पे ये कैसा वक्त आया है
जख्म दिल का जुबाँ पर आया है
न रोते थे कभी कांटो की चुभन से
आज न जाने क्यो फूलो की
खुशबू से रोना आया है…
वक्त के मोड़ पे ये कैसा वक्त आया है
जख्म दिल का जुबाँ पर आया है
न रोते थे कभी कांटो की चुभन से
आज न जाने क्यो फूलो की खुशबू से रोना आया है…